पहले कराई थी भाई से शादी:
- एक लड़की अपनी मां से बोलती है कि मां अगर तुम्हें कोई ऐतराज ना हो तो क्या मैं अपनी सहेली की शादी अपने भैया से करा दूं जैसे ही मां ने यह बात सुनी उसने कहा कि मुझे तो कोई ऐतराज नहीं है तुम अपनी सहेली के परिवार वालों से कहो कि वह बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ाए
- इसके बाद उस लड़की को देखा जाता है और देखने के बाद उसे कोई ना ही नहीं कर पाता यानी कि जिसकी वो दुलहन बनने वाली थी वह देखते ही उसे हां कर देता है साथ ही मां भी हां कर देती है धूमधाम से शादी होती है और शादी होने के बाद जब वोह लड़की दुल्हन बन के घर में आती है तो सब लोगों के चेहरे खुशी से खिल जाते हैं देखने में थी ही इतनी खूबसूरत अब वो इंतजार कर रही थी अपने दूल्हे का ताकि आगे की जो कारवाही आगे की जो बात है वो सिलसिला शुरू हो
समलैंगिक थी लड़की:
- लेकिन यहां पर सहेली पहुंच जाती है कहती है कि आज की रात वो मेरे साथ जैसे ही बात होती है दोनों में थोड़ी नानुक होती है और देखते देखते दोनों इतना करीब आ जाते हैं जिसकी कोई उम्मीद नहीं कर सकता था कल्पना नहीं कर सकता था तभी दूल्हे की जब एंट्री अपनी दुल्हन के पास होती है तो वो अपनी बहन और पत्नी को कुछ आपत्तिजनक स्थिति में देख लेता है जिसका उसे बहुत ऐतराज होता है
भाई ने देखा था बहन को सुहागरात मनाते:
- लेकिन पहली रात थी इसलिए वह किसी से कुछ कह नहीं पाता वक्त आगे बढ़ जाता है और जब जब यह लड़का यानी कि दूल्हा घर से बाहर होता था तब तब उसकी बहन दुलहन के साथ होती है यानी कि यह एक ऐसे रिश्ते को जन्म दे दिया गया था जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी और बाद में पता चलता है कि लड़की ने जो शादी कराई है इसका मतलब पहले से ही इनकी प्लानिंग थी
लड़की ने अपना रास्ता सीधा करने के लिए कराई थी शादी:
- रिश्ता तो यहां से खत्म हो जाता है लेकिन कहानी कत्ल की शुरू होती है व एक नहीं बल्कि दो कत्ल हो जाते हैं और कई जिंदगी पूरी तरह से बर्बादी की ओर चली जाती हैं जब इस घटनाक्रम का लोगों के सामने खुलासा हो होता है सोशल मीडिया पर यह खबर आती है अखबारों में ये खबर आती है तो लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि किसी भी इंसान के गिरने की क्या यह भी एक हद हो सकती है आज की कहानी सुनने के बाद शायद आप लोग भी सन्न रह जाएंगे
- नमस्कार जो सच्ची घटना मैं आपको सुनाने जा रहा हूं ये सच्ची घटना है हरियाणा प्रदेश का एक जिला है यमुना नगर और इसी का ही एक थाना लगता है थाना शहरी यमुना नगर इसी की कॉलोनी है आजाद नगर कॉलोनी गली नंबर दो
- बात कर रहा हूं 23 जून 2024 की शाम लगभग 4:00 बजे के आसपास 27 साल की एक लड़की होती है जिसका नाम काजल होता है
- काजल अभी बाहर से बाजार से घूमकर आई थी और जैसे ही उसने घंटी बजाई तो घंटी बजाने से पहले ही कोई आता ही नहीं है और कई बार वो घंटी बजाती रहती है तभी तुरंत ही उसने दरवाजे जो मुख्य द्वार होता है उस पर जो हाथ रखती तो दरवाजा खुला हुआ था
- वो आवाज लगाती हुई मम्मी भैया इस तरह से अंदर जाती है और जाकर ड्राइंग रूम की तरफ जाकर देखती है तो उसके भैया की लाश पड़ी हुई थी खून से लथपथ वो पड़ा हुआ था और उसके बाद उसकी हालत खराब हो जाती है वो जोर-जोर से काजल चीखती है चिल्लाती है 27 साल की वो लड़की परेशान थी आखिरकार घर में हुआ क्या है
कत्ल आखिर हुआ क्यों:
- तुरंत ही व अंदर जाती है जाकर देखती है कि बेडरूम के अंदर उसकी मां की लाश पड़ी हुई थी और मां भी खून से लत पत थी उसको भी किसी भारी चीज से मारा गया था तमाम घर का जो सामान था वो इधर-उधर फैला हुआ था अब उस लड़की की जोर-जोर से चीखें निकल रही थी और उन चीख की आवाजें अब उस आजाद नगर कॉलोनी के आसपास तक फैल जाते हैं
- और जहां-जहां तक आवाज जा रही थी वहां वहां तक लोग भाग कर आ रहे थे कि आखिरकार इस घर से चीखने चिल्लाने की आवाजें क्यों आ रही हैं तुरंत ही उस लड़की ने अपने आप को संभाला संभालने के बाद 112 नंबर पर पुलिस को फोन किया और बताया कि मेरे भैया और मेरी मां का कत्ल हो चुका है
- जितनी जल्दी हो सके आप यहां पर आ जाइए लड़की रो रही थी परेशान हो रही थी इसी बीच में जब 112 नंबर पर कॉल की जाती है तो कंट्रोल रूम में से सूचना दी जाती है इलाके के डीएसपी यानी कि अभिलाष जोशी एसएचओ जगदीश चंद्र और सीआईए की टीम पहुंच जाती है अब इस मामले की जांच पड़ताल करना शुरू कर देते हैं
अपराधी आखिर था कौन:
- पूरा घर का जो सामान था इधर उधर फैला हुआ था अब घर में इकलौती एक मात्र एक लड़की थी जिसका नाम काजल है वही जिंदा थी अब तक जो घर में दो लाशें पड़ी हुई हैं और इस लड़की के जो पिता होते हैं साल 2007 में उनकी मौत हो चुकी थी
- यह लोग पहले अब से इनकी पहले साबन कुमारी एक इलाका था यह वहां रहते थे लेकिन कुछ ही महीने पहले इन्होंने आजाद नगर में अपना एक मकान खरीदा और मकान खरीदने के बाद वहां पर रह रहे थे अब परिवार में कौन-कौन लोग हैं इस बात की जानकारी जुटाई जा रही थी साथ ही यह पता करने की कोशिश की जा रही थी
मर्डर करने बाद चुराए थे ज़ेवर:
- कि इस घटनाक्रम को अंजाम किसने दिया है पुलिस वालों ने जब घर के एक-एक सामान को देखना शुरू किया तो पता चलता है कि घर से लगभग 1 लाख के जो जेबर थे वो लूटे जा चुके हैं साथ ही सामान को यहां तितर-बितर कर दिया गया है आखिरकार पुलिस अब हथियारों की तलाश करना शुरू कर देती है
- पुलिस ने जब देखा कि घर के अंदर एक सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है और जो कि सीसीटीवी कैमरा बंद पड़ा हुआ था ऐसा लगा जैसे कि किसी ने उसको जानबूझकर बंद किया है साथ ही अब पुलिस अब करे तो क्या करे पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लिया कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा साथ ही आसपास के लोगों से पूछताछ करना शुरू कर दिया
बहन और ममेरे भाई ने ही मां और भाई को मार डाला:
- यही नहीं जो आसपास के घरों में जितने भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे उन सीसीटीवी कैमरे को भी खंगालना शुरू कर दिया लगभग 72 घंटे का समय बीत जाता है और 72 घंटे बाद भी कातिल पुलिस के हाथ नहीं चढ़ा था अब लो जो आसपास के लोग थे सब यह जानना चाहते थे कि आखिरकार कातिल कौन है
- अगर यहां लुटेरे भी आए थे तो कौन थे वो लुटेरे जब सीसीटीवी कैमरे में खंगाला गया तो पता चला कि एक व्यक्ति नकाब पोश जिसके चेहरे पर नकाब लगा हुआ है वो 23 जून 2024 की सुबह लगभग 10:00 बजे के आसपास घर के अंदर आता है और कोई शोर शराबा नहीं कोई हंगाम नहीं आराम से वह घर के अंदर प्रवेश कर जाता है
बहन ने घूसा था मुंह में कपड़ा ममेरे भाई ने दवा दिया गला:
- उसके बाद जब दो-तीन घंटे बीत जाते हैं तो इस घर से जो लड़की होती है काजल और वह जो कातिल होता है वह दोनों साथ-साथ ही निकले थे अब पुलिस के लिए प्राइम सस्पेक्ट तो यही था कि यह शायद लड़की का ही इसमें कुछ ना कुछ रोल रहा होगा
- अब पुलिस वालों ने उस लड़की से बातचीत करने की कोशिश की कि आखिरकार तुम कहां गई थी तो उसने बताया कि मैं ब्यूटी पार्लर गई थी अपने बाल स्ट्रेट कराने के लिए साथ ही मेरी मां का मेरे पास फोन आता है कि जब तुम वहां से वापस आओ तो दो पैकेट जूस के भी लेके आना और मैं बस जूस लेने के लिए आई थी उसने कहा कि तुम यानी कि पुलिस ने कहा कि तुम घर से किस वक्त निकली थी
- उन्होंने कहा कि मैं घर से 2 बजे के आसपास निकली थी लगभग 3:30 बजे के आसपास यहां पहुंची क्योंकि पुलिस जो आई थी वो लगभग 4:00 बजे के आसपास वहां पहुंच गई थी अब पुलिस वालों ने जब पोस्टमार्टम कराया और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आती है
10 बजे के आसपास ही हो गया था कत्ल:
- तो चौकाने वाला खुलासा होता है चौका आने वाली तथ्य सामने आते हैं दरअसल जो लड़की बता रही थी और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट बता रही थी वो आपस में मैच नहीं कर रही थी दरअसल लड़की बताती है
- कि 2 से 3:00 बजे के बीच में कत्ल हुए हैं लेकिन कत्ल जो हुए हैं पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के हिसाब से वो सुबह 10 से 10:30 बजे के आसपास कत्ल हो गए थे अब पुलिस वालों ने जो सीसीटीवी कैमरे थे वो भी खंगालने शुरू किए तो एक लड़का जो घर के अंदर आता है तो उससे पूछा जाता है
ममेरे भाई से ही क्यों कराया था मां भाई कत्ल:
- कि यह लड़का कौन था और तुम साथ किसके निकली थी तो लड़की ने कुछ ही घंटों में यानी कि बताया जाता है कि लगभग 24 घंटे में 25 से ज्यादा बेहतरीन कहानियां सुनाई थी जिसे पुलिस हर कहानी पर यकीन करने को तैयार थी लेकिन पुलिस को लग रहा था कि हर बार झूठ बोल रही है एक ही घर के अंदर इकलौती लड़की है जो बची हुई है बाकी सब लोग मर चुके हैं
- इसलिए पुलिस उस पर ज्यादा दबाब भी नहीं बना सकती थी लेकिन पुलिस के पास और कोई रास्ता भी नहीं था अब पुलिस ने उससे अपने तरीके से पूछताछ जब करना शुरू किया है तब चौकाने वाली बात सामने आती है
सहेली से कराई थी शादी:
- दरअसल वो बताती है कि कुछ साल पहली बात है उसकी सहेली होती है उसकी सहेली और वो एक दूसरे को बहुत नजदीक से जानते थे करीब से जानते थे उसने अपनी मां से कहा कि क्यों ना मैं अपनी सहेली की शादी भैया से करा दूं घर वालों की मर्जी हो जाती है सब कुछ जो तय हुआ था उस हिसाब से शादी हो जाती है
भाभी साथ मनाई थी सुहागरात:
- सहेली घर में आती है लेकिन उसके साथ सुहागरात मनाने के लिए सहेली पहुंच जाती है यानी कि जो अब तक उसकी सहेली थी अब वो उसकी भाभी बन चुकी है और इस बात पर घर में किसी को पता भी नहीं था
- लेकिन जब दूल्हे ने अपनी आंखों से कुछ ऐसा दृश्य देखा तो उसे बुरा लगा दूल्हे ने अपनी मां से कहा कि यह सब दोनों गलत करते हैं और मुझे इस रिश्ते में नहीं रहना और इसी बात को देखते हुए घर में कलेश शुरू हो जाता है यानी कि जो दुल्हन थी वो दुल्हन खुद अपनी मर्जी से उसके पास जाया करती थी ऐसा मीडिया रिपोर्ट कहती है और वो दोनों एक दूसरे साथ सम लेंगिंग संबंध बनाया करते थे और जब मां और भैया को जब ये बात पता चलती थी वो लगातार विरोध करते थे और घर में कुछ इस तरह से कलेश रहने लगा
- कि यह कलेश ज्यादा होने लगता था तब बात बिगड़ने लगती थी कुल मिलाकर इस कहानी का अंत कुछ ऐसा होता है कि जो सहेली दुल्हन बनके आई थी वह हमेशा हमेशा के लिए अपना घर छोड़कर चली जाती है और माइके में जाकर रहने लगती है यानी कि ये रिश्ता टूट जाता है
लड़के की हुई थी दो शादी:
- कुछ वक्त और बीतता है और वक्त बीतने के बाद इस लड़के की दूसरी शादी होती है लेकिन जैसे पहले दूसरे मोहल्ले में रहते थे उसके बाद ये फिर इस आजाद नगर की कॉलोनी के गली नंबर दो में आके रहने लगते हैं शादी जब दूसरी होते हैं तो पता चलता है कि जो बहन है उसने दूसरी वाली भाभी पर भी डोरे डालने शुरू कर दिए हैं
- उसके भी नजदीक जाना शुरू कर दिया है उसके साथ भी वैसा ही करना शुरू कर दिया है जैसे क्या पहली वाली के साथ अब घर में फिर से ऐतराज होने लगता है और दूसरी जो बीवी थी वो भी यहां से छोड़-छाड़ कर चली जाती है कुल मिलाकर वो लड़की अपनी मां और अपने भैया से कुछ इस कदर नफरत करने लगती है जिसकी कोई हद नहीं होती है
और लड़कियों के साथ भी बनाती थी संबंध:
- दरअसल लड़की जब छोटी सी थी तो छोटे से बच्चे बच्चे पन से ही उसकी साल 1997 में व जन्मी थी कुछ साल के बाद से ही उसने लड़कों की तरह रहना शुरू कर दिया लड़कों की तरह भेष बनाकर बातचीत करनी शुरू कर दी लड़कियों से कभी किसी से दोस्ती नहीं होती थी होती थी तो लड़कों से होती थी लेकिन अगर कोई लड़की के वह नजदीक जाती थी तो उससे सिर्फ प्यार करती थी
- उसके साथ सिर्फ एक ऐसे नीतिक रिश्ते में बन जाया करती थी जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता वक्त आगे बढ़ रहा था मां और भैया को इस बात पर इस रिश्तों पर ऐतराज हो रहा था
मोबाइल शॉप पर करती थी काम:
- हालांकि लड़की ने घर से बाहर निकलकर एक मोबाइल की शॉप पर काम करना भी शुरू कर दिया ताकि घर से बाहर रहे और अपनी जिंदगी अपनी शर्तों के हिसाब से जीती रहे
- instagram में उसको फॉलो कर रखा था और वो हर दिन कुछ ना कुछ अपना वीडियो डालती थी लेकिन हर एक वीडियो जो उसकी बनी हुई है वो पेंट शर्ट में ही बनी हुई है कोई वीडियो ऐसी नहीं बनी हुई जिसे यह कह सकते हैं कि यह लड़की है यानी कि उसने अपना रूप लड़के जैसा बनाया हुआ था
जमीन के चक्कर में हुआ था कत्ल:
- अब इसी बात को देखते हुए उसके दिमाग में ख्याल आता है कि क्यों ना भैया को और जो मां है उसको रास्ते से हटा दिया जाए तभी उसे याद आता है कि क्यों ना इस कहानी में किसी और को शामिल कर लिया जाए दरअसल कहानी में शामिल होते हैं उसके ननिहाल वाले जो उसकी नानी होती है फूल कुमारी फूल कुमारी ने अपनी बेटी मीना सैनी के नाम जमीन कर दी थी
- यानी कि प्लोट नाम कर दिया था और एक मकान नाम कर दिया था और इसे करने की वजह थी क्योंकि नानी का अपने बेटों के प्रति यानी कि जो काजल थी उसके मामाओं से नानी की बनती नहीं थी इसलिए उन्होंने अपने बेटों को सबक सिखाने के लिए काजल की मां के नाम वो घर और प्लॉट कर देती हैं और यह बात इसकी जो मामा के लड़के थे
- उन्हें एतराज था उनमें एक ईशांत होता है और एक कृष होता है ईशांत और कृष कृष से वो बात नहीं करती लेकिन ईशांत के पास जाती है ईशांत से बैठकर एक ढाबे में मुलाकात करती है कहती है कि किसी का कत्ल करना है ईशांत कहता है किसका कत्ल करना है वो कहता है कि तुम्हारी बुआ और तुम्हारे फुफेरे भाई का कत्ल करना है
ममेरे भाई के साथ क्यों मारा:
- यानि कि मेरी मां का और मेरे भैया का वो कहता है कि ये तो बहुत अच्छा है बहुत आसान है क्योंकि वो नफरत करते थे कि उनकी जमीन सब कुछ वो नानी ने उनकी बच्चों की दादी ने इसकी मां के नाम कर दी थी इस लड़की की मां के अब यहीं से उनके दिमाग में कुछ खटकता था खटकने वाली बात ये भी थी
- जो उनकी जमीन थी जो मामा को जानी थी मामा से एक मामा इतना डिप्रेशन में पहुंच जाता है कि शराब पीपी के वो मर जाता है और दूसरा भाई भी कुछ ऐसे ही था तो इस घर में कलेश रहना शुरू हो जाता है और जो मीना सैनी होती है उसका जमीन पर कुछ लालच भी ज्यादा था वो चाहकर भी अपने भतीजो को और अपने भाइयों को हक देना ही नहीं चाहती थी
भतीजा ही निकला बुआ का कातिल:
- उसे लगता था कि मां मेरे नाम कर गई तो सब कुछ ठीक है जैसे ही ईशांत ने ये बात की उसने कहा कि मैं तो कत्ल कर नहीं सकता लेकिन कतल कृष कर सकता है और कृष को तुम तैयार कर लो और कृष को मैं भी तैयार करूंगा
- यानी कि अब कृष जो था उसका भैया होता है ईशांत का उसको तैयार किया जाता है और वो अपना नकाब लगा लगाने के बाद 23 जून 2024 को सुबह के 10:00 बजे के आसपास घर के अंदर प्रवेश करता है और घर के अंदर जैसे ही आता है तो घर में पहले से काजल मौजूद होती है
रॉड से मारा था बुआ को:
- कृष जैसे अंदर पहुंचता है तो उसकी जो बुआ होती है बुआ घर के अंदर थी मौका पाते ही वो इतनी जोर से उसके सर में रोड मारता है रोड मारने के बाद बुआ जमीन पर गिर जाती है लेकिन मरी नहीं थी वो बुआ अपने भतीजे को भी देख रही थी
- अपने बेटे को भी देख रही थी और वह हाथ जोड़ के अपील कर रही थी कि मुझे मत मारो लेकिन इन लोगों के मन में जरा सी भी दया नहीं आई इन दोनों ने मिलकर उसका गला घोटा गला घोटने के बाद हत्या कर दी और जब तक वह मर नहीं गई तब तक उसका ऐसे ही करते रहे
बहन ने पकड़े पैर ममेरे भाई ने मार डाला:
- लेकिन इत्तेफाक से इसी बीच में राहुल की भी एंट्री हो जाती है राहुल ने कभी नहीं सोचा था कि उसके मामा का लड़का और उसकी सगी बहन मां की हत्या कर रहे हैं जैसे ही उन्होंने बचाने की कोशिश की तुरंत ही इन दोनों ने मिलकर उसको पकड़ लिया यानी कि राहुल को पकड़ लिया राहुल को पकड़ने के बाद उसके साथ भी वो वैसे ही करते हैं
- उसका गला दबा रहे थे इसी बीच में उसको भी भारी वस्तु से यानी कि कोई रोड वगैरह उसके सर में मारी गई थी साथ ही उसने जो बहन होती है पैर पकड़ लेती है और उस जो मामा का लड़का होता है वो गला दबाकर हत्या कर देता है इसके बाद घर के सारे सामान को इधर-उधर फेंका जाता है
- काजल ने जो घर के अंदर रखे हुए लगभग ₹ 1 लाख के जेबर थे वो अपने स्कूटी की डि डिग्गी में रखती है सुबह 10:30 बजे के आसपास कत्ल हो जाता है उसके बाद फिर पूरे घर का सामान इधर से उधर फेंका जाता है ताकि पुलिस आए तो यह घटना पूरे लूटक्रम की लगे और यह कातिल आराम से यहां से बचकर निकल जाए
50 हजार रूपए की दी थी सुपारी:
- कातिल को यानी कि कृष को यह लालच दिया गया था कि उसको जमीन भी मिल जाएगी साथ ही 50000 ऊपर से मिलेंगे अगर तुम भैया को और मां को मरवाने में मेरी मदद करो कृष चाहता भी था कि जिस दिन बुआ मर जाएगी तो जो उसकी दादी जमीन इसके नाम करके चले गई वो हमारे पास वापस आ जाएगी
- लेकिन यह भी कहा जाता है कि कातिल चाहे कितना ही सातिर क्यों ना हो कातिल कत्ल करते हुए कोई ना कोई सबूत छोड़ जाता है और वो सबूत था घर का सीसीटीवी कैमरा जो बंद किया गया था
- और जब आखिर बार बंद किया गया था उसमें बंद करने वाले का चेहरा रिकॉर्ड हो चुका था साथ ही जो गलियों में कैमरे लगे हुए थे यह भी किसी ने कल्पना नहीं की थी कि कि जो गलियों में कैमरे लगे हुए हैं वो तो रिकॉर्ड जरूर करेंगे क्योंकि घर के ही तो बंद कर सकते हो अड़ोस पड़ोस का थोड़ी ना बंद कर सकते हो
- पड़ोसियों के कैमरे में लड़की घर से निकलती हुई और जो लड़का था वो घर के अंदर आता हुआ कैद हो जाता है है सुबह के वक्त था पीएम रिपोर्ट यह सब चीजें जब मिलाकर पुलिस ने कहानी जोड़ी तो घटना के दो-तीन दिन के बाद यानी कि 23 जून 2024 को ये घटना होती है और 26 जून 2024 को इस घटनाक्रम का खुलासा कर दिया जाता है
- घटनाक्रम का जब खुलासा हुआ तो लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि सगी बेटी अपने सगे भाई और अपनी मां का कत्ल कैसे करा सकती है हालांकि जो उसके मामा के लड़के थे वह तो नफरत करते थे उनकी जमीन इसके नाम थी इसकी बुआ के नाम थी
- इसलिए उनका तो ठीक था लेकिन बेटी इस तरह से कर रही है जो पूरी कहानी आती है कि सम लेगिंग थी और वह किसी के साथ अगर संबंध बनाया करती थी तो मां और बेटे को ऐतराज होता था और तभी से उसने कई महीने पहले इस हत्याकांड को अंजाम देने का सोच लिया था
- दोस्तों सब लोग अपना ख्याल रखें सुरक्षित रहे जय हिंद जय भारत वंदेमातरम जागरूक रहें सतर्क रहे