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रेशमा और उसकी दो बेटियों का देहरादून में कत्ल रहने वाले थे बिजनौर नहटौर के

कातिल करता था तलाकशुदा से प्यार:

कहते हैं कि इश्क और मुश्क कभी छिपाए नहीं छुपते दरअसल यह कभी ना कभी सामने आ ही जाते हैं दरअसल आज की कहानी जो मैं आपको सुनाने जा रहा हूं इस कहानी में एक तलाकशुदा महिला को एक शादीशुदा पुरुष से प्यार हो जाता है और इसी मोहब्बत की कहानी में एक दो नहीं बल्कि तीन कत्ल हो जाते हैं और जब पुलिस को इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी होती है

एक टिकट से लगाया पुलिस ने कातिल का पता:

पुलिस ने इस घटनाक्रम के खुलासे के लिए जब प्रयास करना शुरू किया तो पुलिस के हाथ सिर्फ एक महज टिकट लगा था रोड बेज बस का टिकट उस रोडवेज बस के टिकट की वजह से इस कत्ल का खुलासा हो जाता है और जब खुलासा होता है तो लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि एक कागज का छोटा सा टुकड़ा इस घटनाक्रम के खुलासे तक कैसे पहुंच सकता है

अवैध संबंध थी कत्ल की वजह:

इस कहानी को सुनने के बाद शायद आप लोगों को भी बड़ा आश्चर्य होगा आप लोग भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि जो इंसान जिस जिसको कहता था कि मैं तुम्हारे साथ हमेशा हमेशा के लिए रहूंगा वो आखिरकार छोटी सी बात के लिए उसका कत्ल करने पर उतारू कैसे हो सकता है

देहरादून में नाले में पड़ी मिली थी 3 लाश:

नमस्कार आज की जो सच्ची घटना मैं आपको सुनाने जा रहा हूं ये सच्ची घटना है उत्तराखंड प्रदेश का एक शहर है देहरादून उसी का ही एक इलाका लगता है पटेल नगर पटेल नगर बड़ो वाला इलाके के पास जो शिमला बाईपास लगता है वहां पर पेट्रोल पंप के पास एक सूखा नाला सूखे नाले से लगातार दुर्गंध आ रही थी 25 जून 2024 की शाम लगभग 6:30 बजे के आसपास कोई व्यक्ति पुलिस कंट्रोल को फोन करता है और कहता है कि साहब पेट्रोल पंप के बराबर में जो सूखा हुआ नाला है वहां से बहुत तेज की दुर्गंध आ रही है यहां से निकलना बहुत मुश्किल हो रहा है पुलिस को जैसे सूचना मिलती है पुलिस मौके पर पहुंचती है और मौके पर आने के बाद अब यहां तलाश करना शुरू कर देती है

आठ महीने की बच्ची को भी नही बक्सा कातिल ने:

कि आखिरकार दुर्गंध कहां से आ रही है तब वहां पुलिस को दो लाशें मिलती हैं एक लाश जिसकी उम्र लगभग 20 या 22 साल के आसपास बताई जा रही थी और दूसरी की जो उम्र थी लगभग छह या 7 महीने के आसपास एक बालिका थी एक बच्ची थी जो नवजात थी

गला घोटने से हुई थी मौत:

अब पुलिस ने जैसे ही इन दोनों शवों को कब्जे में लिया कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से ये पता चलता है कि उनकी गला घोटकर हत्या की गई थी यानी कि उनका दम घोटा गया था किसी चीज से और जिसकी वजह से उनकी मौत हो जाती है और इसे साफ अंदाजा लगाया जा रहा था कि यह दोनों मां और बेटी का रिश्ता रखने वाली हैं शायद घर वालों को परिवार वालों को इनके जो जिस भी तरह से बच्ची को यह बच्चा पैदा हुआ है शायद ये किसी ऐतराज रहा होगा

पुलिस को बहुत ढूंढने पर भी बहुत समय तक नहीं मिल पाए थे कातिल के सबूत:

अब पुलिस इस घटनाक्रम की जो तफ्तीश थी उसकी तलाश करना जुड़ जाती है लगभग पुलिस कई घंटे तक उसी घटना स्थल पर जहां पर लाशें मिलती हैं वहां आसपास के बहुत सारी छोटी से छोटी चीजों को खंगालना शुरू कर देते हैं ताकि कहीं से कोई सबूत मिल जाए लेकिन जब रात काफी हो जाती है पुलिस परेशान हो जाती है पुलिस यहां से चली जाती है अब दिन आता है अगला यानी कि 26 जून 2024 की सुबह की बात है यहां से उसी रास्ते से उसी जगह से जो शिमला बायपास है जो पटेल नगर का बड़ो वाला इलाका लगता है वहां से जो लोग गुजर रहे हैं

उसी नाले से फिर आने लगी थी दुर्गंध:

उनको फिर से दुर्गंध आने लगती है अब दुर्गंध आती थी तो लोग परेशान हो रहे थे फिर से पुलिस कंट्रोल रूम को फोन  किया जाता है और कंट्रोल रूम को फोन करने के बाद कहा जाता है कि साहब देखो यहां से बहुत ज्यादा दुर्गंध आ रही है समझ नहीं आ रहा है पुलिस वाले कहते हैं कि अरे कल तो यहां से दो लाश मिली थी हो सकता है कि उसी की वजह से दुर्गंध हो कहते हैं कि नहीं साहब दुर्गंध तो बहुत ज्यादा है

दोबारा फिर बही मिली थी एक और लाश:

कल जहां से लाश मिली थी उससे थोड़ा सा अलग है आप जाकर देख लीजिए अब पुलिस को यह लगता है कि ये बहुत बड़ी बात हो जाती है पहले से ही यहां दो लाशें मिली हैं अब तीसरी लाश मिलने की एक उम्मीद थी

कुत्तों की मदद से ढूंढी गई थी लाश:

स अब यहां से डॉग स्क्वाड हो या फिर यहां फॉरेंसिक टीम हो एसओजी टीम हो पुलिस के आसपास के थानों की टीम अब एसएसपी सहित बड़े-बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच जाते हैं अब जो डॉग की डॉग स्क्वाइट की मदद से ही पता करने की कोशिश की जाती है कि आखिरकार दुर्गंध कहां से आ रही है जब दुर्गंध का पता निकाला जाता है तो पता चलता है

गद्दे में लपेटकर फेंकी थी कातिल ने लाश:

कि लगभग 30 या 32 साल की एक महिला है जो कि गद्दो में लिपटी हुई है उसकी लाश पड़ी हुई है अब पुलिस को एक साथ यानी कि दो दिन में अगले 10 या 12 घंटे के अंतराल में तीन लाश मिलना यह बहुत बड़ी बात हो जाती है

तीसरी लाश मिलने पर जगी थी पुलिस की नींद:

अब तीन लाशों के मिलने की वजह से ही पुलिस अब इस मामले में सक्र हो जाती है और जांच पड़ताल करना शुरू कर देती है पुलिस ने जो टीम बनाई थी हर एक छोटी से छोटी चीज को देखने की कोशिश कर रहे थे पुलिस वाले जब लास्ट से थोड़ा सा और आगे चलते हैं वहां पर एक नीले रंग का बैग मिलता है उस बैग को जब उठाया जाता है देखा जाता है तो उसमें कुछ कपड़े भरे हुए थे अब बच्चों के कपड़े थे महिला के कपड़े थे साथ ही उसके अंदर एक टिकट भी था इसके अलावा बंबई का उस पर एक एड्रेस लिखा हुआ था ज्वेलर्स का अब पुलिस उस बंबई के एड्रेस पर पता करने की कोशिश करती है लेकिन वहां से अब महज थैले के भरोसे पुलिस रह नहीं सकती थी पुलिस करे तो क्या करें तभी पुलिस की नजर पहुंचती है

टिकट बना कातिल का सबूत:

एक छोटे से कागज के टुकड़े पर जो कागज का टुकड़ा होता है रोडवेज बस का जो कि मुरादाबाद रोडवेज बस की बस होती है और उसका टिकट था पुलिस ने जैसे ही उस टिकट को खोला खोलने के बाद जब देखना शुरू किया तो उसमें से कुछ अक्षर मिट चुके थे और कुछ अक्षर बाकी थे मुरादाबाद डिपो की बस बस से कांटेक्ट करने की कोशिश की उनसे दिखाया यह टिकट कब का है और कैसा है क्या इसके बारे में कुछ जानकारी दिखा सकते हो बता सकते हो तो पता चलता है कि ये टिकट बिजनौर में एक जगह लगती है नहटौर और नहटौर से देहरादून के लिए टिकट था और उस टिकट पर साफ-साफ यह उल्लेख था कि यह एक एडल्ट और दो नवालिक अब इससे यह साफ-साफ पुलिस ने अंदाज लगा लिया कि तीन जो लाश हैं वो एक ही है

कातिल का पता लगाने के लिए पुलिस को बनानी पड़ी टीम:

यानी कि दो जो बच्चे हैं और इसमें एक बड़ी महिला है अब पुलिस ने अब इसके बारे में और पता करने की कोशिश की पुलिस ने एक टीम को नहटौर भेज दिया कि आखिरकार यह जानकारी हो सके कि कहां से टिकट है यह कौन चढ़ा था कौन नहीं चढ़ा था गाड़ी के अंदर किसने सफर किया था कौन थी वो महिला कौन थे वो मरने वाले दो अलग-अलग जिसमें एक 8 महीने की बच्ची की हत्या की जाती है जिसमें दूसरी लगभग 20 से 22 साल की बताई जा रही थी अब उसमें टिकट में लिखा हुआ था 23 जून 2024 की दोपहर लगभग 4:10 पर वहां से बस चलती है नहटौर से देहरादून के लिए अब देहरादून में जब बस आकर रुकती है

कैमरे में कैद हो गई कातिल की और महिला की तस्वीर:

तो पुलिस ने अब देहरादून के आईएसबीटी का भी जो सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे उनको भी खंगालना शुरू कर दिया तब सीसीटीवी कैमरे में यह महिला दो लड़कियों के साथ एक गोद में बच्ची होती है साथ ही एक लड़की थोड़ी बड़ी होती है अब यह तो पुलिस ने क्लियर कर लिया कि इनका तीनों का आपस में कोई ना कोई रिलेशन कोई ना कोई संबंध है

पहले बाइक पर बिठाकर लेकर गया महिला को:

अब पुलिस ने आसपास के जितने भी सीसीटीवी कैमरे थे उनको भी खंगालना शुरू किया तभी पुलिस को एक व्यक्ति मिलता है और एक व्यक्ति आकर कहता है कि साहब मुझे ऐसा लगता है कि जैसे मैंने इस महिला को किसी के साथ बाइक पर बैठे हुए देखा था लेकिन किसके साथ बैठे देखा था नहीं पता अब सीसीटीवी कैमरे में जो खंगाला जाता है तो पता चलता है कि वाकई ये महिला बाइक पर बैठी हुई थी

गद्दे की फैक्ट्री में काम करता था कातिल:

अब पुलिस ने जो टीम बनाई हुई थी जो आसपास की फैक्ट्री थी आसपास के लोग थे उनसे बातचीत करने की कोशिश करते हैं तब एक गद्दा फैक्ट्री होती है गद्दा फैक्ट्री में पुलिस ने 11 यहां कर्मचारी काम करते हैं 11 कर्मचारियों के जो नाम पते एड्रेस वगैरह थे जब यह मांगे गए तो पता चलता है कि उसमें 11 कर्मचारियों में से एक कर्मचारी ऐसा था जिसका जो एड्रेस होता है वह उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के नहटौर का एक गांव लगता है फरीदपुर वहां का रहने वाला होता है

फरीदपुर का हसन कैसे कर बैठा अपनी ही प्रेमिका का कत्ल:

पुलिस ने उस व्यक्ति को तुरंत अपने हिरासत में लिया उससे पूछताछ करना शुरू कर दिया दरअसल उसका नाम हसन होता है और जिसकी उम्र लगभग 35 साल के आसपास होती है शादीशुदा वह व्यक्ति होता है और उससे पूछा जाता है तो वह अलग-अलग टाइम में अलग-अलग कहानियां सुनाना शुरू कर देता है पुलिस को इसकी कहानियों पर यकीन नहीं हो रहा था अब पुलिस ने सख्ती से उससे पूछताछ करना शुरू किया जब सख्ती से उससे पूछताछ की तो उसने कहा कि तुम्हारा इस हत्याकांड से क्या रिलेशन है यह सही सही बता दो नहीं तो फिर पुलिस अपने तरीके से बातचीत करेगी जब पुलिस ने उसे अपने तरीके से बातचीत करने की कोशिश की आखिरकार वह टूट जाता है

2018 में ही हो गाय था महिला का पति से तलाक:

और टूट जाता है तो एक कहानी सुनाता है वो बताता है कि साल 2018 में ये जो महिला है जिसकी मौत हुई है जिसका नाम है रेशमा जिसकी उम्र लगभग 35 साल के आसपास है उसी की एक बेटी है 15 साल के आसपास जिसका नाम आयत है और आठ महीने की लड़की है जिसका नाम आयशा होता है दरअसल यह बच्चे उसी के होते हैं 2018 में इसका पति से तलाक हो जाता है

हसन के साथ रही छः महीने मुंबई:

और उसके पति के तलाक के बाद इसकी उससे दोस्ती हो जाती है दोनों बहुत नजदीक आ जाते हैं और आने के बाद यहां से बंबई चले जाते हैं बंबई कुछ दिन रहते हैं चार छ: महीने रहने के बाद वापस आ जाते हैं यह लड़का अपना देहरादून में आ जाता है और यह महिला अपने नहटौर में रहने लगती है

शादी की जिद बनी थी कत्ल की वजह:

लेकिन इसी बीच में यह महिला लगातार प्रेशर बना रही थी दवाब बना रही थी कि मैं तुमसे शादी करूंगी और तुम्हारे साथ ही रहना है तुम्हारे साथ ही जिंदगी जीनी है जबकि ये खुद शादीशुदा होता है शादीशुदा होने के बावजूद उसके बच्चे हैं पत्नी है जो कि गांव में रहते हैं उसके बावजूद भी यह एक ऐसी महिला से प्यार कर बैठता है जो तलाकशुदा होती है और वह तलाकशुदा महिला देहरादून में रहने के लिए कहती है कि कमरे दिलवाओ मुझे वहां रहना है मुझे साथ रहना है तब यह व्यक्ति थोड़ा परेशान हो जाता है अब इसी बीच में यानी कि 23 जून 2024 को यह गाड़ी पकड़ती है जो कि मुरादाबाद के डिपो की रोडवेज बस होती है नहटोर से पकड़कर यह सीधा देहरादून के आईएसबीटी पे उतरती है और इस हसन को फोन करके कहती है कि हसन मैं यहां पर देहरादून आ गई हूं हसन को यह अप्रत्याशित लगता है उसे लग ही नहीं रहा था कि अचानक से कैसे आ सकती है

कत्ल करने के लिए लेकर गया था कमरे पर:

जब उसके पास जाता है तो उसे अपनी बाइक पर बिठाता है बाइक पर बिठाने के बाद सीधा जिस कंपनी में वो काम करता था उस कंपनी के उस फैक्ट्री के इर्दगिर्द जहां भी वो रहता था उस महिला को और उसके दोनों बच्चों को साथ लेकर चला जाता है रात के अंधेरे में जब ये दोनों सो जाते हैं 23 तारीख की रात को ही तब मौका पाते ही वह पूरी ताकत से उस महिला यानी कि रेशमा का गला दबाता है और गला दबाने के बाद उसकी हत्या कर देता है

आठ महीने की बच्ची को भी नही छोड़ा:

अब बचते हैं बच्चे और एक पहले जो बड़ी बेटी होती है इसका नाम आयत होता है जिसकी उम्र 15 साल के आसपास होती है उसके सीने पर बैठकर उसके तकिए से उसका दम घोट देता है और उसकी हत्या कर देता है अब नंबर आता है आठ महीने यानी कि उस बच्ची का जिसको यह भी नहीं पता था कि वह कहां है किसके साथ है किसके साथ नहीं है जैसे बड़ी वाली लड़की को नहीं पता था ठीक उसके साथ भी वो वैसे ही करता है तकीए से गला घूंट होता है गला घूंट कर हत्या कर देता है अब तीनों को बारी-बारी से उस कमरे से ले जाके उसे सूखे हुए नाले में फेंक देता है और इस महिला को थोड़ा सा अलग फेंकता है गद्दे में लपेटा हुआ था

कातिल ने नहीं सोचा होगा मैं कैसे पकड़ा जा सकता हूं:

लेकिन उसकी दुर्गंध क्योंकि गद्दा में लपेटा हुआ था उसकी दुर्गंध एकदम से नहीं आती है और इन दोनों बच्चों को खुले में छोड़ दिया था इनकी दुर्गंध थोड़ा तेज से आने लगती है लगभग 12 से 13 घंटे में तीन लाशें मिल जाती हैं अलग-अलग वक्त पर और पुलिस जब इस घटना क्रम का खुलासा करती है तो घटनाक्रम का खुलासा महज रोडबेज बस के एक टिकट के सहारे से हो जाता है

दोनो का खर्चा उठाने में असमर्थ:

पुलिस उससे पूछती है कि तुमने मारा क्यों वो कहता है कि साहब शादी के लिए बहुत दबाव बना रही थी मैं अपने बच्चों का ख्याल रखूं या फिर इसका ख्याल रखूं मैं अपने बच्चों को पालू या इसके बच्चों को पालू इतनी तनख्वा मेरी थी नहीं मैंने यह गलत फैसला ले लिया एक तलाकशुदा महिला से शादी तलाकशुदा महिला से प्यार कर बैठा

कातिल की ही बेटी निकली 8 महीने की बच्ची:और पुलिस की जांच में यह भी आता है कि जो आठ महीने की बच्ची होती है वो इसी हसन की होती है हालांकि पुलिस अभी इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है उस लड़की का डीएनए सैंपल भेजा गया है डीएनए सैंपल आने के बाद उससे पुख्ता हो जाएगा कि ये लड़की इसी की है या किसी और की लड़की है लेकिन जो उस महिला का पति से तलाक होता है वह साल 2018 में होता है और जो लड़की उसकी गोद में थी उसकी उम्र लगभग आठ महीने के आसपास होती है पुलिस ने 24 से 36 घंटे के अंदर ही इस घटनाक्रम का खुलासा किया

ब्लाइंड मर्डर का इतनी जल्दी खुलासा करने पर पुलिस को मिली थी सावसी:

और जब इस घटना क्रम का खुलासा हुआ था तो लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि इतनी जल्दी इतना ब्लाइंड मर्डर आखिरकार कैसे खुल सकता है पुलिस की बड़ी सूझबूझ से उस जिले की जो एसएसपी होते हैं अजय कुमार उनकी सूझबूझ की वजह से इस घटनाक्रम का खुलासा हो जाता है और पुलिस की वाहवाही चारों तरफ होने लगती है सही कहा है किसी ने कि इश्क और मुश्क कभी छुपाए नहीं छुपते इस कहानी में भी छुपाने की कोशिश की गई थी लेकिन इश्क जब निकल के सामने आता है ना केवल इसमें तीन जिंदगी हमेशा के लिए खत्म हो जाती हैं हसन की जिंदगी बर्बाद हो जाती है और साथ ही जो उसके बच्चे हैं वह किसके सहारे से रहे हो सकता है कल को वो भी किसी की नई की तलाश करना शुरू कर दे, दोस्तों इस पूरे घटनाक्रम को सुनाने का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है आप सब सतर्क रहे जागरूक रहें आप सब लोग अपना ख्याल रखें सुरक्षित रहे जय हिंद जय भारत

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